प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करने से व्यक्तित्व में होगा निखार, खेल प्रतियोगिताओं में भागीदारी करने से स्वास्थ्य के साथ मस्तिष्क का भी होगा विकास – जिलाधिकारी
मैनपुरी – जिलाधिकारी अंजनी कुमार सिंह ने पं. जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 40वीं जनपदीय बाल कीड़ा प्रतियोगिता बेसिक के शुभारम्भ समारोह को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रतिस्पर्धा अपने आपको सिद्ध करने के लिए होती है, कोई भी प्रतिस्पर्धा हो अपने आपको सिद्धकरने के लिए बहुत ही आवश्यक है, फिर वह चाहे खेल की प्रतिस्पर्धा हो या जीवन के किसी भी परिस्थिति में हम कुछ भी करते हैं, हमें हर बात में अपने आपको सिद्ध करना होता है। उन्होने प्रसन्नता व्यक्त करते हुये कहा कि परिषदीय विद्यालयों के बच्चों के इस नये रूप में देख कर मुझे अपने बचपन के दिन याद आ गये, सुदूर ग्रामीण अंचलों के बच्चों ने जो सांस्कृतिक प्रस्तुति दी वह बेहद ही उत्साहवर्धन थी। उन्होने कहा कि बच्चों ने कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी वह मुझे अपने बचपन की ओर खींच कर ले गयी, जैसे-जैसे कार्यकम आगे बढ़ रहा था, वैसे-वैसे मैं अपने बचपन के जीवन में विचरण कर रहा था, बीता हुआ जीवन सभी को अच्छा लगता है।श्री सिंह ने प्रतिभागी बच्चों से कहा कि हार में ही जीत छिपी है, हार से ही जीत का रास्ता निकलता है. हार से हम सीखते हैं कि हमारी कमियां क्या रहीं और उस आधार पर हम आगे की रणनीति बनाते हैं. यही सबसे बड़ी प्रेरणा है, बच्चे इसी भावना के साथ खेल को आगे बढ़ायें और अपनी कमियों को दूर करें। उन्होने कहा कि यह लगातार तैयारी का परिणाम है, जो इतना अच्छा कार्यक्रम बच्चों ने प्रस्तुत किया, दूर-दराज के ग्रामीण अंचलो से बच्चे निकल कर आते हैं, जहां इतने संसाधन भी नहीं होते फिर भी इन बच्चों ने बेहतर कार्यक्रम प्रस्तुत किये है. इससे लगता है कि बच्चों के अंदर प्रतिभा की कोई कमी नहीं है. बस इनको अवसर प्रदान करने की जरूरत हैं। उन्होने कहा कि खेल जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है, यह संभव ही नहीं है कि आप सब बिना खेले, बिना किसी शारीरिक परिश्रम के अपने जीवन में सफल हो जायें, यह कीडा प्रतियागिताएं, उनके लिए की जाने वाली तैयारिया हमें अनुशासन सिखाती हैं. हमें प्रतिदिन और बेहतर करने की प्रेरणा देती हैं, हमारे सामने एक चुनौती रखती हैं जिसको पाने के लिए हम लगातार परिश्रम करने के लिए प्रेरित होते रहते हैं। उन्होंने कहा कि खेलों, प्रतियोगताओं के बिना जीवन कुछ अधूरा सा लगता है या जीवन में हम सबने जो लक्ष्य निर्धारित किये है उनको प्राप्त करने में कहीं न कहीं खेल बहुत ही सहायक सिद्ध होते हैं। उन्होने कहा कि प्रतियोगिता में भाग लेना बेहद जरूरी यदि प्रतियोगिताओं में बच्चे नियमित रूप से भागीदारी करेंगे तो उन्हें जीतने से कोई नहीं रोक सकता, प्रतियोगिताओं में भाग लेने पर हारेगा फिर उठ खड़ा होगा, पुनः भाग लेगा और पिछली गलतियों से सबक लेकर अपने खेल में सुधार करेगा और निश्चित रूप से विजयी होकर शिखर पर पहुंचेगा।पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार ने कहा कि लम्बे समय तक पुलिस में पी.टी. की ट्रेनिंग दी जाती है. ट्रेनिंग में भी इस तरह से कदम-ताल मिलाना मुश्किल होता है. जिस तरह से बच्चों ने पी.टी. का कार्यक्रम प्रस्तुत किया है. बच्चों को प्रशिक्षित करने वाले शिक्षक भी बधाई के पात्र है। उन्होने कहा कि यह बच्चे दूर-दराज गांव के हैं, कार्यक्रमों को देखकर लग रहा है कि गांव में प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, जरूरत सिर्फ इन्हें निखारने, मंच उपलब्ध कराने की है. जनपद स्तरीय कार्यकम सभी बच्चों के लिए प्रेरणादायक है. सभी बच्चे आपस में मिलेंगे, एक-दूसरे से प्रभावित होंगे, बच्चे अपने गांव, स्कूलों में कार्यक्रमों की चर्चा करेंगे। उन्होने कहा कि जहां तक खेल का सवाल है. आज खेलों का कितना महत्व है यह सभी भली-भांति जानते हैं. खेल न सिर्फ शारीरिक फिटनेस के लिए जरूरी है बल्कि यह बेहतर भविष्य बनाने का माध्यम भी है. बशर्ते कि उस दिशा में बेहतर प्रयास किये जायें, भविष्य बनाने में जिन चीजों की आवश्यकता होती है उसमें खेल अपने आप में बहुत ही महत्त्वपूर्ण है. खेल से हमें मान-सम्मान, यश-कीर्ति मिलती हैं।बाल कीड़ा प्रतियोगिता के शुभारंभ अवसर पर प्राथमिक विद्यालय महुअन की छात्राओं ने सरस्वती वंदना, स्वागत गीत के अलावा “बेटी हिंदुस्तान की” गीत प्रस्तुत किया, प्राथमिक विद्यालय रुद्रपुर बेवर की बालिकाओं ने देशभक्ति गीत पर रिंग डांस की मोहक प्रस्तुति दी, प्राथमिक विद्यालय किशनपुर के छात्रों ने गीत के माध्यम से योगासन, प्राथमिक विद्यालय नगला गहियर की छोटी-छोटी बालिकाओं ने पूरी कदम ताल के साथ पी.टी. की बेहतरीन प्रस्तुति देकर सभी को तालियां बजाने पर मजबूर कर दिया, ग्रामीण अंचलों के परिषदीय विद्यालयों की छात्र-छात्राओं द्वारा प्रस्तुत किए गए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की सभी ने सराहना की। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी नेहा बंधु, प्राचार्य डायट, समस्त खंड विकास अधिकारी, विभन्न विद्यालयों के प्रधानाध्यापक, प्रधानाध्यापिकाएं, शिक्षक, समस्त विकास खंडों के प्रतिभागी छात्र-छात्राएं आदि उपस्थित रहे, जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दीपिका गुप्ता ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया।