अयोध्या (रिपोर्ट गोपीनाथ रावत)थाना इनायत नगर क्षेत्र से संबंधित प्रकरण है जहां पर पेड़ के तस्करों ने हरे महुआ के पेड़ को काटकर उठा ले गए विरोध करने पर दबंग तस्कर भद्दी भद्दी गाली देते हुए जान से मारने की धमकी देने लगा। अयोध्या जनपद थाना इनायतनगर क्षेत्र के ग्राम निमड़ी पूरे बक्शी में दबंग हरे पेड़ के तस्करों ने हरे महुआ के पेड़ पर आरा चलाया पेड़ को काटकर उठा ले गए यह मामला 21 दिसंबर 24 दिन शनिवार का है गांव के ओम प्रकाश यादव ने स्थानीय वन विभाग कुमारगंज व थाना इनायतनगर को लिखित शिकायत पत्र देते हुए बताया गांव के दबंग ने बाग में हरा महुआ का पेड़ था जिसको बर्बरता पूर्वक काट कर उठा ले गए पेड़ काटते समय जब विरोध किया तो भद्दी भद्दी गाली देते हुए जान से मारने की धमकी देने लगे और जबरदस्ती पेड़ को काटकर उठा ले गए पीड़ित ओम प्रकाश यादव ने बताया कि स्थानीय वन विभाग व स्थानीय थाना को लिखित शिकायत पत्र दिया लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारियों ने दबंग पर कोई कार्यवाही नहीं की बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि क्या हरे पेड़ के तस्करों को स्थानीय वन विभाग व पुलिस विभाग संरक्षण देते है जहां एक तरफ प्रदेश की योगी सरकार पर्यावरण अभियान चलाकर हरे पेड़ को लगाने का काम करती है वहीं दूसरी तरफ वन विभाग व पुलिस विभाग की मिली भगत से दबंग हरे पेड़ को काटने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते हैं फिलहाल खबर लिखे जाने तक वन विभाग व पुलिस विभाग की तरफ से मामले में कोई भी कार्यवाही नहीं हुई अब देखना यह है कि खबर चलने के बाद अधिकारियों के कान में जू रेंगता है या इसी तरह दबंग हरे पेड़ के तस्करों को संरक्षण देते रहेंगे। शिकायतकर्ता ओम प्रकाश यादव ने बताया कि हल्का सिपाही अनुभव को लिखित शिकायत पत्र दिया गया था जब सिपाही अनुभव से बात की गई तो उन्होंने कहा हल्का इंचार्ज दरोगा कमलेश को शिकायत पत्र दे दिया हूं जब दरोगा कमलेश के पास फोन किया गया तो उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझा। वही जब इस मामले में थाना अध्यक्ष इनायतनगर से फोन माध्यम से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं किसी अनुभव सिपाही को नहीं जानता हूं और नहीं मेरे पास कोई शिकायत आई है बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि जब थाना अध्यक्ष अपने सिपाही को नहीं जानते हैं तो क्षेत्र में कैसे काम करते होंगे वही जब मामले के संबंध में वन क्षेत्राधिकार कुमारगंज प्रमोद श्रीवास्तव से संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा जांच कर उचित कार्यवाही की जाएगी। शिकायतकर्ता द्वारा स्थानीय वन विभाग व पुलिस विभाग के कर्मचारियों को शिकायत पत्र दिया गया है