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नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों में अव्यवस्था का बोलबाला, डॉक्टर कर रहे हैं अंधेरे में इलाज

संवाददाता ब्रजेश पाल सिंह

बरेली: नगरीय स्वास्थ्य केंद्रों में अव्यवस्था का बोलबाला, डॉक्टर कर रहे हैं अंधेरे में इलाजबरेली, रविवार को भी मरीजों को इलाज के लिए भटकना न पड़े, इसके लिए प्रत्येक स्वास्थ्य केंद्र पर मुख्यमंत्री जन आरोग्य मेले का आयोजन किया जाता है। वहां सुविधाएं हैं या नहीं, इस पर अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं। यही कारण है कि केंद्रों पर मरीजों को दिक्कतें झेलनी पड़ रही हैं।रविवार को शांति विहार स्वास्थ्य केंद्र पर बिजली नहीं थी। ढाई घंटे बिजली नहीं आने की वजह से छोटा इन्वर्टर भी जवाब दे गया था। डाक्टर को खिड़की की रोशनी के सहारे मरीजों को देख रही थीं। बिजली न होने की बजह से डाक्टर और मरीज परेशान थे। कई केंद्रों पर डॉक्टर मरीजों का इंतजार करते मिले।जिस तरह केंद्रों की स्थिति सामने आई, उससे यही आशंका जताई जा रही है कि व्यवस्थाएं और बेहतर इलाज नहीं मिलने की वजह से मरीज अब आरोग्य मेला में दवा लेने जाने से बच रहे हैं। हालांकि, स्वास्थ्य विभाग मरीजों को बेहतर इलाज मिलने का दावा कर रहा है।बिजली का पता रहीं इन्वर्टर भी दे गया दगादोपहर करीब 1 बजे शांति विहार स्वास्थ्य केंद्र डॉ. अंजली मरीज देख रहीं थीं। उनके कक्ष में अंधेरा पसरा था। बताया कि बिजली करीब दो-ढाई घंटे बाधित रही जिसके चलते इन्वर्टर डिस्चार्ज हो गया। केंद्र चार कमरों का है।एक छोटा इन्वर्टर बिजली चले जाने पर सभी कमरों को बिजली सप्लाई देता है इसलिए जल्दी डाउन हो जाता है। कमरे में खिड़की से आ रही राेशनी के सहारे करीब ढाई घंटे तक डाक्टर ने गर्मी में मरीजों को देखा। बताया कि अब तक 54 मरीज ओपीडी में आ चुके हैं।पसरा सन्नाटा, खाली बैठी डॉक्टर, स्टाफ की कमीमढ़ीनाथ स्वास्थ्य केंद्र पर करीब डेढ़ बजे डॉ. रुचि ड्यूटी पर थीं। ओपीडी में एक भी मरीज नहीं था। सुबह से 74 मरीजों को डाक्टर ने परामर्श दिया, वहीं 12 गर्भवती भी इलाज के लिए पहुंचीं थीं। उन्होंने बताया कि केंद्र पर तैनात लैब टेक्नीशियन को दूसरे केंद्र पर अटैच किया गया है जिसके चलते व्यवस्था प्रभावित होती है।मरीजों का सन्नाटा, गर्मी है कारणसिविल लाइंस स्थित नगरीय स्वास्थ्य केंद्र पर दोपहर साढ़े 12 बजे सन्नाटा पसरा नजर आया। यहां डाॅ. रुपाली ड्यूटी पर थीं। उन्होंने बताया कि अब तक 57 मरीजों को परामर्श दिया है। मरीजों की संख्या कम होने का कारण गर्मी है। केंद्र पर स्टाफ की कमी है जिसे पूरा करने के लिए उच्चाधिकारियों को पत्र भेजा गया है।रिपोर्ट में चार हजार से अधिक मरीजहैरत की बात ये है कि केंद्रों पर भीषण गर्मी के चलते दोपहर 12 बजे ही सन्नाटा था लेकिन स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट में रविवार को कुल 4549 मरीजों का पंजीकरण दर्शाया गया है। सीएमओ डॉ. विश्राम सिंह के अनुसार मेले में त्वचा रोगियों की संख्या 6 से अधिक रही वहीं 291 बुखार रोगियों को भी इलाज दिया गया है। जिन केंद्रों पर संसाधन व उपकरण संबंधी कमियां हैं इसको जल्द पूर्ण किया जाएगा।

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