बिछवा- क्षेत्र के गांव सिमर ई में श्री राम कथा के अंतिम दिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। राम का राज्याभिषेक होने के बाद श्री राम कथा का समापन विश्राम कराया गया। कथा में पहुंचे पूर्व मंत्री क्षेत्रीय विधायक रामनरेश अग्निहोत्री व जिला पंचायत अध्यक्ष गोविंद भदोरिया भी कथा वाचक आचार्य रामस्वरूप जगतगुरु कामदगिरि पीठ मंच पर पूजन और सम्मान किया।श्री राम कथा के अंतिम दिन जगतगुरु रामस्वरूप आचार्य चित्रकूट कामदगिरि पीठाधीश चित्रकूट में कथा में प्रवचन देते हुए कहा कि रावण का अहंकार ही उसके नास का कारण बना। संसार में अपनी शक्तियों पर अभिमान करना तो ठीक है लेकिन उन पर अहंकार करना ठीक नहीं है क्योंकि कलयुग में अहंकार क्रोध मनुष्य के लिए एक प्रलय के समानहै। संसार में आप जैसा आचरण करोगे आपको पैसा ही व्यवहार मिलेगा। इस संसार में यदि आप किसी के साथ चल करोगे तो आपको अगले कदम पर आपके साथ चलने वाला खड़ा है। अपने मध्य और अहंकार में मनुष्य गलत कर्मों में पड़ा रहता है अपने जीवन का उद्देश्य नहीं समझता जब तक समझ आती है बहुत देर हो चुकी होती है। रावण जैसा ज्ञानी जिसके पास सव देवी देवताओं को अपने दरबार में बुलाने की क्षमता थी लेकिन पर नारी हरण पर उसके कुल का नाश हो गया। कथा में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज संसार में लोग अपने सत्ता और मद में चूर होकर असहयों पर जो अत्याचार करते हैं उनकी बहुत दुर्गति होती है। उन्होंने प्रवचन देते हुए कहा कि हराम राजा होते हुए भी सदैव अपनी प्रजा के लिए हृदय में करुणा का भाव लेकर चले। इसीलिए आज राम की पूजा होती है और रावण प्रत्येक दशहरा को जलाया जाता है। श्री राम कथा के अंतिम दिन क्षेत्रीय विधायक रामनरेश अग्निहोत्री थाना अध्यक्ष अवनीश त्यागी जिला पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि गोविंद भदोरिया बृज मंगल सिंह चौहान कमला देवी चौहान प्रदीप चौहान राजीव चौहान मनोज चौहान कार्मेंद्र सिंह अरुण यादव प्रदीप कुमार राघव आदित्य विजय विक्रम देवेंद्र सिंह मझले सिंह आदि लोग उपस्थित रहे।