रिपोर्ट अश शाहजहॉंपुर । शाहजहांपुर में शिक्षा के प्रति जागरुकता का अनूठा उदाहरण सामने आया है एडीएम एफआर अरविंद कुमार ने ददरौल ब्लॉक के धनौरा कंपोजिट विद्यालय का निरीक्षण किया । इस दौरान स्कूल में कम उपस्थिति देखकर वे खुद घर घर गए । एडीएम ने परिवारों से बातचीत कर बच्चों को स्कूल भेजने के लिए प्रेरित किया । बच्चों की स्कूल ड्रेस, जूते मोजे और बैग के लिए डीबीटी के माध्यम से धनराशि भेजने की प्रक्रिया भी शुरू की । एडीएम अरविंद अपनी अनूठी कार्यशैली के लिए जाने जाते हैं वे पहले भी किसानों के साथ खेत में काम करते देखे गए हैं उन्होंने अवैध भट्टों को बंद कराने जैसी कई सख्त कार्रवाई की हैं स्कूल में कम उपस्थिति पर उन्होंने शिक्षकों से चर्चा की । फिर गांव में जाकर परिवारों को सर्व शिक्षा अभियान और स्कूल चलो अभियान की जानकारी दी । ज्ञातव्य है तिलहर कोतवाली क्षेत्र में एडीएम वित्त अरविंद कुमार ने सोमवार को एक सराहनीय पहल के मुताबिक उन्होंने एक दिव्यांग बच्चे को खुद अपनी गाड़ी से स्कूल लाकर उसका दाखिला कराया । एडीएम ने गांव धन्योरा के पीएम श्री कंपोजिट विद्यालय का औचक निरीक्षण किया । जब उन्हें पता चला कि एक दिव्यांग बच्चा स्कूल नहीं आ पा रहा है तो वे खुद उसके घर जाकर परिजनों से बात की और बच्चे को अपनी गाड़ी में बिठाकर स्कूल लाए । इसी प्रकार एडीएम ने स्कूल में कुल 6 बच्चों का एडमिशन कराया । इनमें कारण, जितिन सिंह, अनन्या, श्रवण कुमार वर्मा, साक्षी वर्मा और सुरजीत शामिल हैं उन्होंने अभिभावकों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देकर बताया कि प्रत्येक विद्यार्थी के अभिभावक के खाते में 1200 रुपए सीधे जमा होंगे । साथ ही स्कूल की दो वर्दी, जूता, मोजा, बैग और स्टेशनरी के लिए 100 रुपए अतिरिक्त मिलेंगे । शिक्षा से मिलने वाले लाभों के बारे में विस्तार से बताया। एडीएम की इस पहल का सकारात्मक प्रभाव दिखा। गांव के लोगों ने अपने बच्चों का शत प्रतिशत एडमिशन कराने का भरोसा दिया है यह कदम शिक्षा के प्रति जागरुकता बढ़ाने में मील का पत्थर साबित हो सकता है ।