रिपोर्ट अशोक कुमार
शाहजहॉंपुर । महानगर में एक निजी अस्पताल में प्रसव के बाद महिला की मौत से हड़कंप मच गया । मोहनगंज निवासी मयंक की पत्नी चारू को प्रसव पीड़ा होने पर ब्रजदीप अस्पताल में भर्ती कराया गया था । शनिवार को ऑपरेशन के बाद महिला ने बेटी को जन्म दिया । रविवार शाम को महिला की हालत बिगड़ने लगी । परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर समय पर नहीं आए और सिर्फ इंजेक्शन लगाते रहे । बाद में मरीज को वेंटिलेटर पर रख दिया गया । हालत और बिगड़ने पर चारू को कमला नर्सिंग होम रेफर कर दिया गया । वहाँ डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया । इसके बाद गुस्साए परिजनों ने कमला नर्सिंग होम के बाहर सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया ।परिवार डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहा है आईएमए के पदाधिकारी मौके पर पहुँचे और स्थिति को शांत करने का प्रयास किया । दो थानों की पुलिस भी मौके पर पहुँची, लेकिन कोई वरिष्ठ अधिकारी नहीं आया । करीब ढाई घंटे तक प्रदर्शन चलता रहा । सीओ सिटी पंकज पंत ने बताया कि शव के पोस्टमार्टम के लिए परिवार से कहा गया है परिवार की तहरीर मिलने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी । वहीं डॉक्टरों ने सभी आरोपों को निराधार बताया है महिला शिक्षिका की प्रसव के बाद मौत के मामले में पुलिस ने चार डॉक्टरों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. पीके अग्रवाल, डॉ. दीपा सक्सेना, डॉ. पाठक और एक अज्ञात डॉक्टर शामिल हैं डॉक्टर का पक्ष जानने के लिए कॉल की ,लेकिन डॉक्टर पीके अग्रवाल ने कॉल रिसीव नहीं की । मृतका चारू आहुजा का इलाज पिछले 9 महीने से ब्रजदीप नर्सिंग होम में डॉ. दीपा सक्सेना कर रही थीं । 20 अप्रैल को प्रसव पीड़ा होने पर चारू को भर्ती कराया गया । ऑपरेशन के बाद उन्होंने बेटी को जन्म दिया । डॉक्टरों ने मरीज के स्वस्थ होने का आश्वासन दिया, लेकिन उनकी हालत बिगड़ती गई ।स्थिति गंभीर होने पर कमला नर्सिग होम में उसे शिफ्ट कर दिया गया । डा० दीपा सक्सेना मरीज को अपनी एंबुलेन्स से कमला नर्सिंग ले गई । जहाँ चार बोतल खून की आवश्यकता बताई गई । डॉ. पाठक और डॉ. पीके अग्रवाल ने मरीज को आईसीयू में शिफ्ट किया । रात करीब 8 बजे चारू की मौत हो गई ।