निगोही /शाहजहाँपुर (संवाददाता अनिल कुमार) राजकीय कृषि बीज भंडार निगोही का ताला पूरे दिन नही खुला । मुफ्त मसूर बीज लेने की आस में आए किसानों , महिलाओं का सारे दिन तांता लगा रहा । मौके पर मौजूद किसानों के निराश चेहरे देखकर सिस्टम की कायरता पर क्षोभ हो रहा था । यदि बीज भंडार बंद रखना था या शासकीय छुट्टी थी या वितरण हेतु बीज नही था , तो कम से कम सूचना पट पर कल ही लिख तो देते । लोग आते ही नही । दसों किमी० दूर से आये किसान विभागीय बेरुखी का रोज शिकार हो रहे हैं किसी दिन बीज वितरण होता भी है तो घंटे ,दो घंटे में स्टाक खत्म हो जाता है दो चार गरीब किसानों को ही मिल पाता है शेष पिछले दरवाजे से दबंग पार कर ले जाते हैं गेहूँ , चना आदि बीज वितरण कब हुआ , किसी को कानोकान खबर तक न लगी । हाय रे सिस्टम तू अपने अलावा किसी का सगा नही हुआ….. करोड़ों की सरकारी किसान अनुदान , मुफ्त योजनाएँ ऐसे ही सुरसा के मुख में समाती चली जा रही हैं !!! गरीब किसान का शोषण सदैव ऐसे ही होता रहा है न डीएपी है न यूरिया है किसान लाचार है निराश है बस मोटे पेट वाले ही मालामाल होते चले जा रहे हैं ।